मैने कहा चीन ली तूने मेरी बेक़ारारी
उसने कहा खा और ज़ार्ब कोई करारी
मैने कहा मई ही क्यों नसीबों की मारी
उसने कहा तू लगती है मुझ को प्यारी
मैने कहा आख़िर कैसी है तेरी यारी
उसने कहा यही फेरमन हुआ था जारी
मैने कहा शब खून की नही थी टायारी
उसने कहा सिफ्फक होता है अहलकर सरकारी
मैने कहा मई सदिओं से बिरहा की मारी
उसने कहा नादान अब वासल की है बारी
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