शुक्रवार, 25 मार्च 2022

आए चाँद एक झलक ने तेरी............

 



आए चाँद एक झलक ने तेरी

देख मुझे टिफ्ल बना डाला

मा ने लाख आईना दिखाया मुझ को

मैने आसमान सर पे उठा डाला

मुझे चाँद चाहिए ला दे

अपने सारे वादे गिनवा दे

यों तो हेर बरस एड्ड आती 

पेर बिना चाँद के होती

जो ऑट से तूने देखा

एक तीर सा दिल पेर फेंका

तेरी कमांड थी एक इशारा

मेरा दिल होगआया तारा तारा

तूने हेर बार कहा ये मुझ से

हम ना मिल पाएँगे तुझ से

फिर ये आँख मिचोली कैसी

तू जैसा है ,हूँ मई वैसी

तू का ख्वाब दिखा कर सोए

एक ख्वाब की खातिर हम रोए

तू चाँदनी रात का वादा

हुमारा हेर दिन तेरा  इरादा

हम रास्ता कभी नही भूले

देख,कभी साथ हमारे होली

देस परदेस लगाएँ फेरा

हमारा काम वही जो तेरा

रास्ता रास्ता रोशन होजाना

तेरी तरहा कोई शब खो जाना

ऐसा क्या माँग लिया है तुझ से

तू जवाब माँगे है मुझ से

ये दौ, पेयच कहाँ से लाए

तेरी हिकमत भी इसे ना कस पाए

मेरे पेश-ए-नज़र बस तू है

तू ही मंज़िल,तू ही जूसतजू है

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