एक सेहरा है खामोश सा
एक सुन्नट्ता है बे-तूफान
एक साकिन सा साहिल है
क्या यह मेरा दिल है
कभी यह भी धड़कता था
कितने रु-पहले अरमान लिए
वक़्त सा जो घाएल है
क्या ये मेरा दिल है
कब से क़ाफ़िले बहारों के
आए भी और चले गये
राहों मे जो साएल है
क्या ये मेरा दिल है
तक़दीर लम्हों का खेल सही
कुछ तो मिला इस से भी
एक मोहब्बत जो कामिल है
क्या ये मेरा दिल है
kavi hi sannate main bhi apne dil ke deedaar kar saktaa hai.
जवाब देंहटाएंsundar rachna hai
badhaai
hmmmmm is sunnatte ko wahi sun sakta hai jo us sehra se guzra ho jis se kavi guzra hai...dhanyawad mahashaye...
जवाब देंहटाएंchaand